कुदरहा, बस्तीः (अंबिका दुबे) सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कुदरहा के एमओआईसी डॉ. फैज वारिस की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है। 13 जून को सीएचसी स्टॉफ के साथ एमओआईसी ने भी कोरोना की जांच कराई थी। अस्पताल को एसीएमओ डॉ. सीएल कन्नौजिया ने सील करवा दिया है। स्टॉफ को क्वारंटीन कराकर उनकी जांच कराई जा रही है। डाक्टर की रिपोर्ट कोरोना पाजिटिव आने के बाद इलाके मे दहशत का माहौल है। आसपास की दुकानें बंद हो गयी हैं। स्वास्थ्य महकमे की ओर से डाक्टर की कान्ट्रैक्ट ट्रेस की जायेगी जिससे उनके संपर्क में आये लोगों को कोरेनटीन किया जा सके।
मंगलवार को सुबह 25 लोगों की कोरोना जॉच की रिपोर्ट आई। जिसमें 24 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव थी, तथा केंद्र प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ फैज वारिस की रिपोर्ट पॉजिटिव आ गयी। इसके बाद अस्पताल कर्मियों व क्षेत्रवासियों में हड़कंप मच गया। इतना ही नहीं सोमवार को चिकित्सा प्रभारी पूरे दिन ओपीडी संभाले हुए थे। जिसमें 30 मरीजों को जांच कर दवा दिया था और एक व्यक्ति की चोट मुआयना भी किया था। जिससे अस्पताल में आने वाले लोगों में भय व्याप्त हो गया है। सुबह से इलाज कराने आ रहे मरीजों को वापस कर दिया जा रहा था। पिछले चार दिन में पांच लोगो का कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने से इलाके में भय का वातावरण है।
हैरत की बात ये है कि सीएचसी कुदरहा के डाक्टर की रिपोर्ट कोरोना पाजिटिव आने पर अस्पताल को तत्काल सील करा दिया और कोविड प्रोटाकाल को फॉलो किया जा रहा है। दहशत में आसपास की दुकाने बंद हो गयी। डाक्टर के संपर्क में आये लोगों की जानकारी जुटाई जा रही है। पडोस़ी जनपद संतकबीरनगर के भुजैनी में संचालित स्पर्श हॉस्पिटल में एनेस्थेशिया के डाक्टर कोरोना पाजिटिव पाये गये तो जिला प्रशासन ने पूरा अस्ताल सील कर दिया। सीएचसी भानपुर के बरामदे मे हुई मौत के बाद अस्पताल को सील कर दिया। लेकिन श्रीकृष्णा मिशन हॉस्पिटल में हुई महिला की मौत के मामले में प्रशासन इतना उदार क्यों बना है, जबकि इलाज के दौरान महिला से मिलने कई लोग अस्पताल गये थे। जबकि उसके दो बेटों की रिपोर्ट भी पाजिटिव आई है। प्रशासन द्वारा अपनाये जा रहे इस दोहरे मापदण्ड की जनमानस में चर्चा है।