बनकटी, बस्तीः (बीपी लहरी) बेसिक शिक्षा विभाग के अजब व संदिग्ध कारनामों से परिषदीय स्कूलों की दशा में कोई सुधार नहींं दिखाई दे रहा है। ताजा मामला बनकटी ब्लाक के परिषदीय प्राथमिक स्कूल गूदी का है। जहाँ शिक्षामित्र को छोडकर पर्याप्त बेतन पाने वाले शिक्षक पढाने की बजाय अपने फर्ज से लगातार गद्दारी कर रहे हैं।
02 दिसम्बर सोमवार को टीम ने सुबह 09 बजे स्कूल में पहुँचकर देखा तो वहाँ सिर्फ महिला शिक्षामित्र लालधारी यादव व दो रसोइया रीतादेवी व ऊषा देवी उपस्थित मिलीं। जबकि स्कूल में प्रधानाध्यापक के रूप में सन्तोष चौधरी, सहायक शिक्षक शोभा सिंह, व कंचनलता की तैनाती है। सभी स्कूल से नदारद मिले। स्कूल परिसर में चारों तरफ कायम गन्दगी का व्यवस्था को मुँह चिढा रही थी। दोनों रसोइयों ने बताया कि गैस के अभाव में पिछले कई दिनों से मिड् डे मील बन्द है। कक्षा पाँच के सिराज व कक्षा चार की मानसी समेत मौजूद अन्य बच्चों ने पूँछने पर बताया कि स्कूल में दूध और फल आज तक मयस्सर ही नहीं हुआ है।
यहाँ के कक्षों का न तो विद्युतीकरण है न वायरिंग और न तो पंखे ही लगे है। शौचालय में गन्दगी के अलावा अधूरा निर्माण व कक्षों के टूट रहे फर्श भूकम्परोधी कक्ष में फाटक व खिडकी तथा अधूरा निर्माण स्कूल भवनों की रंगाई पुताई का अभाव व्यवस्था की पोल खोल रहा है। 09.55 बजे प्रधानाध्यापक का जब आगमन हुआ तो पूँछने पर उन्होंने बताया कि स्कूल में पंजीकृत बच्चों की संख्या 75 है। जिसमें सिर्फ 30 ही बच्चे मौजूद हैं। इसके बाद अब हम कोई बात नहीं बता सकते। आरोप है कि लगभग 25 बच्चे फर्जी हैं जो अन्य स्कूलों में पढते हैं। टीम के शिक्षक उपस्थित पंजिका के अवलोकन में अनुपस्थित महिला शिक्षक कंचन लता का छुट्टी हेतु एक प्रार्थना पत्र मिला जिसमें कोई तिथि अंकित ही नहीं थी।
जबकि शोभा सिंह गत माह 08 नवम्बर से बगैर किसी सूचना के समाचार लिखे जाने तक अनुपस्थित हैं। बताया जाता है कि शोभा सिंह विभागीय रहमोकरम पर अपने पति के साथ किसी महानगर में रहती हैं। जो महीने दो महीने में आकर उपस्थिति दर्ज कर पुनः वापस चली जाती हैं। आरोप आम है कि शोभा सिंह और प्रधानाध्यापक की नियुक्ति ही फर्जी है जो अधिकारियों का प्रबल संरक्षण होने के कारण जाँच की जद से बाहर होकर व्यवस्था का माखौल उडा रहे हैं। इस मामले में खन्ड शिक्षाधिकारी अनीता त्रिपाठी ने कहा कि प्रधानाध्यापक के पद से सन्तोष को हटाकर प्रभार किसी अन्य को दिया जायेगा। शोभा सिंह का बेतन रोक दिया गया है। प्रधानाध्यापक व शोभा सिंह के फर्जी नियुक्ति के सवाल पर त्रिपाठी ने कोई जबाब नहीं दिया।