स्थानीय लोगों ने संवाददाता को बताया कि मुण्डेरवा कस्बे के शुगर मिल परिसर में यह कारोबार कई साल से चल रहा है, लेकिन कोई ठोस कार्यवाही नही हुई जो विभागीय अधिकारियों की संलिप्तता को रेखांकित करता है। आपको बता दें होली दिवाली जैसे त्योहार आने पर मीठे जहर कारोबारी सक्रिय हो जाते हैं। महकमे के अफसर छिटपुट कार्यवाहियां करके औपचारिकतायें पूरी कर लेते हैं। आप भी देखिये कितनी भारी मात्रा में यहां मिलावटी मिठाइयां तैयार की जा रही हैं। ये मिठाइयां किसे बीमार करेंगी यह नही मालूम लेकिन कारोबारियों का बेखौफ होना कई सवाल खड़े करता है। इस बावत फूड इंसपेक्टर से संपर्क करने की कोशिश नाकाम रही, उनका फोन संपर्क से बाहर था। आप भी देखिये मीडिया दस्तक संवाददाता लवकुश यादव की रिपोर्ट
मुण्डेरवां में धड़ल्ले से चल रहा है मीठे जहर का कारोबार
स्थानीय लोगों ने संवाददाता को बताया कि मुण्डेरवा कस्बे के शुगर मिल परिसर में यह कारोबार कई साल से चल रहा है, लेकिन कोई ठोस कार्यवाही नही हुई जो विभागीय अधिकारियों की संलिप्तता को रेखांकित करता है। आपको बता दें होली दिवाली जैसे त्योहार आने पर मीठे जहर कारोबारी सक्रिय हो जाते हैं। महकमे के अफसर छिटपुट कार्यवाहियां करके औपचारिकतायें पूरी कर लेते हैं। आप भी देखिये कितनी भारी मात्रा में यहां मिलावटी मिठाइयां तैयार की जा रही हैं। ये मिठाइयां किसे बीमार करेंगी यह नही मालूम लेकिन कारोबारियों का बेखौफ होना कई सवाल खड़े करता है। इस बावत फूड इंसपेक्टर से संपर्क करने की कोशिश नाकाम रही, उनका फोन संपर्क से बाहर था। आप भी देखिये मीडिया दस्तक संवाददाता लवकुश यादव की रिपोर्ट